PM Vishwakarma Kaushal Samman Yojana :- केंद्र सरकार द्वारा देश से गरीब एवं आर्थिक रूप से कमजोर नागरिकों के लिए कई योजनायें चला रही है | इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भारत के 77वे स्वतंत्रता दिवस पर देश के पारम्परिक कलाकारों एवं अलग-अगल तरह से चीजे तैयार करने वाले लोगों के लिए एक नई योजना PM Vishwakarma Kaushal Samman Yojana की शुरुआत की है | इस योजना के तहत देश के पारम्परिक कलाकारों एवं शिल्पकारों को प्रशिक्षण के साथ आर्थिक सहायता देकर लाभ पहुँचाना है |
अगर आप केंद्र सरकार की PM Vishwakarma Kaushal Yojana का लाभ उठाना चाहते है इस योजना से सम्बंधित जानकारी जैसे – पात्रता, दस्तावेज, आवेदन कैसे करें आदि जानने के लिए आपको इस आर्टिकल को पूरा अंत तक पढना है |
PM Vishwakarma Kaushal Samman Yojana क्या है ?
पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना को 13000 करोड़ से लेकर 15000 करोड़ रुपये से शुरू किया जायेगा | 15 अगस्त 2023 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण के दौरान PM Vishwakarma Kaushal Samman Yojana की घोषणा की | इस योजना का उद्देश्य भारत के कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाने और उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने हेतु यह योजना शुरू की गयी है | इस योजना के तहत कारीगरों और शिल्पकारों को प्रशिक्षण एवं आर्थिक सहायता इसके आलावा उन्हें बाजार पहुँच प्रदान की जाएगी |
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पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना की महत्वपूर्ण जानकारी
योजना का नाम | पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना 2023 |
योजना का उद्देश्य | कारीगरों और शिल्पकारों को प्रशिक्षण एवं आर्थिक सहायता और आत्मनिर्भर बनाना |
योजना की शुरुआत | 15 अगस्त 2023 |
लाभार्थी | भारत के सभी कारीगर और शिल्पकार |
योजना की अवधि | 5 वर्ष |
योजना की लागत | 15,000 करोड़ रुपये |
अधिक जानकारी | https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1949567 |
आधिकारिक वेबसाइट | pmvishwakarma.gov.in |
इस योजना को दिनांक 16 अगस्त 2023 को PM Vishwakarma Kaushal Samman Yojana को मंजूरी प्रदान की गयी | इस योजना को पांच साल की अवधि (वित्त वर्ष 2023-24 से वित्त वर्ष 2027-28) के लिए 13,000 करोड़ रुपये के नई योजना “पीएम विश्वकर्मा” को मंजूरी दी। इस योजना का उद्देश्य गुरु-शिष्य परंपरा या अपने हाथों और औजारों से काम करने वाले कारीगरों व शिल्पकारों द्वारा पारंपरिक कौशल के परिवार-आधारित पेशे को मजबूत करना और बढ़ावा देना है। इस योजना का उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों व सेवाओं की पहुंच के साथ-साथ गुणवत्ता में सुधार करने के साथ-साथ यह सुनिश्चित करना है कि विश्वकर्मा घरेलू और वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के साथ जुड़ सकें।
इस योजना के तहत, कारीगरों और शिल्पकारों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और पहचानपत्र के माध्यम से मान्यता प्रदान की जाएगी, 5 प्रतिशत की रियायती ब्याज दर के साथ 1 लाख रुपये (पहली किश्त) और 2 लाख रुपये (दूसरी किश्त) तक ऋण सहायता प्रदान की जाएगी। इस योजना के तहत बाद में कौशल उन्नयन, टूलकिट प्रोत्साहन, डिजिटल लेन-देन के लिए प्रोत्साहन और विपणन सहायता प्रदान की जाएगी।
यह योजना पूरे भारत में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कारीगरों व शिल्पकारों को सहायता प्रदान करेगी। पीएम विश्वकर्मा के तहत पहले चरण में अठारह पारंपरिक व्यवसायों को शामिल किया जाएगा। इन व्यवसायों में (i) बढ़ई (सुथार); (ii) नाव निर्माता; (iii) अस्त्र बनाने वाला; (iv) लोहार (v) हथौड़ा और टूल किट निर्माता; (vi) ताला बनाने वाला; (vii) गोल्डस्मिथ (सुनार); (viii) कुम्हार; (ix) मूर्तिकार (पत्थर तराशने वाला, पत्थर तोड़ने वाला); (x) मोची (चर्मकार)/जूता कारीगर; (xi) मेसन (राजमिस्त्री); (xii) टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता/जूट बुनकर; (xiii) गुड़िया और खिलौना निर्माता (पारंपरिक); (xiv) नाई; (xv) माला बनाने वाला; (xvi) धोबी; (xvii) दर्जी और (xviii) मछली पकड़ने का जाल बनाने वाला शामिल हैं।
PM Vishwakarma Kaushal Samman Yojana लाभ एवं विशेषताएं
- इस योजना के माध्यम से देश के पारम्परिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी |
- इस योजना के तहत सरकार 13,000-15,000 करोड़ रुपये का खर्च करेगी |
- इस योजना के माध्यम से शिल्पकारों को MSME सेक्टर का हिस्सा बनाया जायेगा |
- इस योजना के तहत कारीगारों और शिल्पकारों को प्रशिक्षण, आर्थिक सहायता एवं बाजार पहुँच प्रदान की जाएगी |
- इस योजना के माध्यम से पारम्परिक कारीगरों और शिल्पकारों की आय में वृद्धि होगी एवं आत्मनिर्भर भी बनेगे |
- इस योजना का उद्देश्य भारत के 100 मिलियन से अधिक कारीगरों और शिल्पकारों को लाभान्वित करना है |
- इस योजना में लाभार्थी के व्यवसाय शुरू करने हेतु 2 लाख रुपये तक का लोन भी दिया जायेगा जिसे रियायत ब्याज दर यानी 5 % ऋण पर दिया जायेगा |
- इस योजना में मुफ्त प्रशिक्षण मिलेगा और आर्थिक सहायता राशि भी प्रदान की जाएगी |
इस योजना का किन लोगों को मिलेगा फायदा ?
यह योजना पूरे भारत में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कारीगरों व शिल्पकारों को सहायता प्रदान करेगी| पीएम विश्वकर्मा के तहत पहले चरण में अठारह पारंपरिक व्यवसायों को शामिल किया जाएगा। इन व्यवसायों में बढ़ई (सुथार), नाव निर्माता, अस्त्र बनाने वाला, लोहार, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाला, गोल्डस्मिथ (सुनार), कुम्हार, मूर्तिकार (पत्थर तराशने वाला, पत्थर तोड़ने वाला), मोची (चर्मकार)/जूता कारीगर, मेसन (राजमिस्त्री), टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता/जूट बुनकर, गुड़िया और खिलौना निर्माता (पारंपरिक), नाई, माला बनाने वाला, धोबी, दर्जी और मछली पकड़ने का जाल बनाने वाला शामिल हैं। इस सभी को इस योजना का लाभ दिया जायेगा | भारत के कारीगर और शिल्पकार भारत के सांस्क्रतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है ओए भारत की अर्थव्यवस्था में भी योगदान देते है |
PM Vishwakarma Kaushal Samman Yojana की शुरुआत कब होगी ?
जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके है, इस योजना की घोषणा 15 अगस्त 2023 को पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर किया घोषणा करने के दौरान इसे शुरू करने की तारीख 27 सितंबर 2023 बताई गई | इस योजना की शुरुआत के साथ भारत के कारीगर एवं शिल्पकार, योजना के लिए आवेदन कर सकते है |
इस योजना के लिए आवेदन कैसे करें ?
इस योजना की शुरुआत 27 सितंबर 2023 को की जाएगी, अभी फ़िलहाल इस योजना का पोर्टल तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है | पोर्टल शुरू होने के बाद भारत के पात्र लाभार्थी इस योजना के आवेदन कर सकते है |