Ration Card New Update : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा ऐलान किया है। सरकार ने तय किया है कि अब राज्य में कोटेदार व्यवस्था को पूरी तरह से खत्म किया जाएगा। इसके बाद गरीबों और जरूरतमंदों को अनाज लेने के लिए कोटेदारों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
गरीबों को मिलेगा सीधा फायदा
नई व्यवस्था लागू होने के बाद सरकार की तरफ से मिलने वाली सब्सिडी सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी। इसका सीधा फायदा यह होगा कि अब किसी कोटे की दुकान पर जाकर लाइन में लगने या भ्रष्टाचार झेलने की जरूरत नहीं होगी।
क्यों खत्म हो रही है कोटेदार व्यवस्था?
राज्य सरकार का कहना है कि अब तक कोटेदारों के जरिए राशन बांटने की व्यवस्था में कई तरह की गड़बड़ियां और शिकायतें आती थीं। कई बार गरीबों को पूरा राशन नहीं मिल पाता था, तो कभी गुणवत्ता पर सवाल उठते थे। इन समस्याओं को खत्म करने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है।

अब कोटेदार क्या करेंगे?
सरकार ने साफ किया है कि कोटेदारों के लिए भी वैकल्पिक रोजगार की व्यवस्था की जाएगी। वे चाहें तो कोई दूसरा कारोबार शुरू कर सकते हैं। यानी कोटेदारों को पूरी तरह से बेरोजगार नहीं छोड़ा जाएगा।
सरकार ने अब तक क्या किया है?
- 15 करोड़ से ज्यादा लोगों को फ्री राशन उपलब्ध कराया
- किसानों के खाते में सीधे 13000 करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि भेजी
- प्रदेश में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए DBT (Direct Benefit Transfer) को बढ़ावा दिया
इसका आम जनता पर असर
- राशन वितरण में गड़बड़ी खत्म होगी
- गरीबों को सही समय पर उनका हक मिलेगा
- अब खुले बाज़ार से अपनी पसंद का सामान खरीद पाएंगे
- गांव और शहरों में कोटेदारों की मनमानी से छुटकारा मिलेगा
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश सरकार का यह फैसला आम जनता के लिए काफी राहत देने वाला है। कोटेदार व्यवस्था खत्म होने के बाद अब गरीबों को उनका हक सीधे बैंक खाते में मिलेगा और उन्हें किसी बिचौलिए या गड़बड़ी का सामना नहीं करना पड़ेगा। यह कदम राज्य में पारदर्शिता और सुशासन की दिशा में बड़ा बदलाव माना जा रहा है।