Road Safety Sathi Yojana 2025 :- उत्तर प्रदेश सरकार अब सड़क हादसों को कम करने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। परिवहन विभाग ने पूरे प्रदेश में सड़क सुरक्षा को बढ़ाने के लिए “उत्तर प्रदेश सड़क सुरक्षा साथी योजना” शुरू की है। इस योजना के तहत प्रदेश की 351 तहसीलों में कुल 3510 सड़क सुरक्षा साथी तैनात किए जाएंगे।
क्यों जरूरी है सड़क सुरक्षा साथी योजना?
हर साल हजारों लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा देते हैं। इन हादसों को रोकने और मृत्यु दर को 50% तक कम करने का लक्ष्य इस योजना के माध्यम से रखा गया है। सड़क सुरक्षा साथी लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करवाने के साथ-साथ आम राहगीरों की भी मदद करेंगे।

सड़क सुरक्षा साथी की जिम्मेदारियां
- स्कूल ज़ोन में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना
- पैदल यात्रियों की मदद करना
- लोगों को हेलमेट और सीटबेल्ट के प्रति जागरूक करना
- ऑफिस व भीड़भाड़ वाले इलाकों में ट्रैफिक प्रबंधन
- सड़क पर लगे खतरनाक स्पॉट्स की पहचान कर रिपोर्ट करना
- फोटो खींचकर प्रशासन को सूचना देना
इन साथियों को पहले प्रशिक्षण (Training) दिया जाएगा ताकि वे सही ढंग से अपनी ड्यूटी निभा सकें।
ड्यूटी का समय
परिवहन आयुक्त के अनुसार सड़क सुरक्षा साथी दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे तक ड्यूटी करेंगे। इस दौरान वे ट्रैफिक नियमों का पालन करवाने और राहगीरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का काम करेंगे।
हर तहसील में 10 स्वयंसेवक
राज्य सरकार ने तय किया है कि हर तहसील में 10 स्वयंसेवक तैनात किए जाएंगे। यानी कुल 3510 सड़क सुरक्षा साथी पूरे प्रदेश में काम करेंगे।
30 दिन में लागू होगी योजना
परिवहन आयुक्त अजय नारायण सिंह ने बताया कि शासन से मंजूरी मिलने के बाद यह योजना अगले 30 दिनों के अंदर लागू कर दी जाएगी। इसके लिए स्वयंसेवकों को ट्रेन्ड किया जाएगा और उन्हें पहचान पत्र व ड्रेस भी दी जाएगी।
योजना से मिलने वाले फायदे – Uttar Pradesh Road Safety Sathi Yojana
- सड़क हादसों में कमी
- बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा
- ट्रैफिक नियमों का पालन बढ़ेगा
- आम जनता में जागरूकता आएगी
- पुलिस और प्रशासन का बोझ कम होगा
✅ निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश सड़क सुरक्षा साथी योजना 2025 न केवल सड़क हादसों को कम करने में मदद करेगी, बल्कि आम जनता में ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता भी लाएगी। अगर यह योजना सफल होती है, तो आने वाले समय में सड़क हादसों की संख्या में भारी कमी देखी जा सकती है।
UP Sadak Suraksha Sathi Bharti – FAQ
Q1. यूपी सड़क सुरक्षा साथी योजना क्या है?
➡️ यह योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई है, जिसमें 3510 स्वयंसेवक (सड़क सुरक्षा साथी) तैनात किए जाएंगे ताकि सड़क हादसों को कम किया जा सके और लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक किया जा सके।
Q2. सड़क सुरक्षा साथियों की ड्यूटी कब होगी?
➡️ सड़क सुरक्षा साथी दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे तक अपनी ड्यूटी करेंगे।
Q3. सड़क सुरक्षा साथी का मुख्य काम क्या होगा?
➡️ इनका मुख्य कार्य होगा – स्कूल ज़ोन में बच्चों की सुरक्षा, पैदल यात्रियों की मदद, हेलमेट व सीटबेल्ट जागरूकता, ट्रैफिक प्रबंधन और खतरनाक स्पॉट की पहचान करना।
Q4. हर तहसील में कितने सड़क सुरक्षा साथी तैनात होंगे?
➡️ हर तहसील में 10 स्वयंसेवक तैनात होंगे। पूरे प्रदेश में 351 तहसीलों के हिसाब से कुल 3510 सड़क सुरक्षा साथी नियुक्त होंगे।
Q5. यूपी सड़क सुरक्षा साथी योजना कब लागू होगी?
➡️ परिवहन विभाग ने बताया है कि यह योजना मंजूरी मिलने के 30 दिनों के अंदर लागू कर दी जाएगी।
Q6. इस योजना का लक्ष्य क्या है?
➡️ इस योजना का लक्ष्य सड़क दुर्घटनाओं और मौतों की संख्या को 50% तक कम करना है।
Q7. क्या सड़क सुरक्षा साथियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा?
➡️ हां, सभी स्वयंसेवकों को उचित प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे अपने कार्यों को सही ढंग से निभा सकें।